संयुक्त राष्ट्र संघ की एक दुभाषिया के कानों में जब एक हत्या की योजना की भनक पड़ती है, तो उसकी ज़िंदगी खतरे में पड़ जाती है और वह एक शक्की फ़ेडरल एजेंट की मदद लेती है.
संयुक्त राष्ट्र संघ की एक दुभाषिया के कानों में जब एक हत्या की योजना की भनक पड़ती है, तो उसकी ज़िंदगी खतरे में पड़ जाती है और वह एक शक्की फ़ेडरल एजेंट की मदद लेती है.