हाई स्कूल का एक टीनेजर तब झूठ में उलझ जाता है, जब खुद को लिखी गई उसकी चिट्ठी को गलती से उस स्कूलमेट का आखिरी खत मान लिया जाता है जिसने खुदकुशी कर ली है.
हाई स्कूल का एक टीनेजर तब झूठ में उलझ जाता है, जब खुद को लिखी गई उसकी चिट्ठी को गलती से उस स्कूलमेट का आखिरी खत मान लिया जाता है जिसने खुदकुशी कर ली है.