हाई स्कूल के पांच अलग-अलग छात्र शनिवार की नज़रबंदी में मिलते हैं, और उन्हें लगता है कि उन्होंने जितना सोचा था, उससे कहीं अधिक है।

ब्रिटिश राज के खिलाफ़ भारत में 1920 की क्रांति पर अंग्रेज़ फ़िल्मकार डॉक्यूड्रामा बना रही है. इसमें काम करते करते छात्र एक्टरों का जीवन के प्रति नज़रिया ही बदल जाता है.