1840 के इंग्लैंड में, एक अकेली जीवाश्म विशेषज्ञ और सेहत में सुधार के लिए समंदर के किनारे आई एक जवान अप्रेंटिस के बीच ऐसा रिश्ता बन जाता है जो ज़िंदगी को नया मोड़ देता है.
मुजरिमों का इलाज करने वाली एक मनोचिकित्सक की कार का एक्सीडेंट हो जाता है. होश में आने पर वह देखती है कि वह उसी मानसिक अस्पताल में मरीज़ बनकर भर्ती है जहां वह अभी काम करती है.