WWII के दौरान रूसी शार्पशूटर एक मशहूर जर्मन स्नाइपर के खिलाफ़ हो जाता है. उसे बाद में यह भी पता चलता है कि उसे और उसके दोस्त को एक ही लड़की से प्यार है.

दूसरे विश्व युद्ध के दौरान भागा हुआ एक क़ैदी तिब्बत पहुंच जाता है जहां वो दलाई लामा से मिलता है. यह दोस्ती ज़िंदगी के प्रति उसका नज़रिया ही बदल देती है.