1972 में उरुग्वे का एक विमान ऐंडीज़ के सुनसान इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है और ज़िंदा बचे लोगों के पास एक-दूसरे का साथ देने के अलावा कोई चारा नहीं है.