ऑस्कर जीत चुकी यह फ़िल्म टी.ई. लॉरेंस की सच्ची कहानी पर आधारित है. उन्होंने एक-दूसरे के विरोधी अरब कबीलों को एकजुट करके प्रथम विश्व युद्ध में तुर्कों पर पलटवार करने में मदद की थी.