सच्ची घटना पर आधारित इस ड्रामा में, डेट्रॉइट का एक नौजवान मज़दूर एफ़बीआई का मुखबिर बनता है. 80 के दशक में, ड्रग्स के कारोबार की बुलंदी पर, वही लड़का ड्रग डीलर बन जाता है.