जिसे सम्राट की मौत के बाद सिंहासन पर बैठ कर राज करना था, वह जांबाज़ रोमन जनरल, सिर्फ मरहूम सम्राट के लालची बेटे की वजह से खुद को मौत के खेल में खड़ा पाता है.

बात 1890 के भारत की है, एक घमंडी और बदतमीज़ ब्रिटिश कमांडर चंपानेर की टैक्स से परेशान जनता को एक क्रिकेट मैच के लिए चुनौती देता है और फिर दांव पर लगता है उनका भविष्य.