सुनहरे भविष्य वाली एक नौजवान सिनेमेटोग्राफ़र जिसमें सहानुभूति नहीं है. वह महत्वाकांक्षा और इंसानियत के बीच संतुलन बनाने की अहमियत सीखती है.